Description
न ये कैमेस्ट्री होती न मै स्टुडेन्ट होता न ये लेब होती न ये एक्सीडेन्ट होता! अभी प्रेक्टीकल मे आई नजर एक लडकी सुन्दर थी लेकिन बाल उसके टेस्ट-ट्यूब जैसे! बातो मे उसकी ग्लुकोस की मिठास थी साँसो मे ईस्टर की खुश्बु भी साथ थी! आँखोसे झलकता था कुछ इस तरह प्यार बिन पीये हो जाता था एल्कोहँल का खुमार! बेन्जीन सा होता था उसकी आवाज का एहसास अँधेरे मे होता था रेडियम का आभास! नजरे मिली अभिक्रिया हुई और प्यार का मेटर हुआ! लगाने लगे उसके घर के चक्कर ऐसे न्युक्लिक के चारो ओर इलेक्ट्राँन हो जैसे! उस दिन हमारे टेस्ट का इम्तिहान हुआ जब उसके डैडी से हमारा इन्ट्रोडेक्शन हुआ! सुनकर हमारी बाते वो ऐसे उछल पडी टेस्ट-ट्यूब मे जैसे सोडियम भडक उठे! वो बोले होश मे आओ पहचानो अपनी औकात आइरन मिल नही सकता कभी गोल्ड के साथ! ये सुनकर टुटा हमारा अरमानो भरा बीकर और हम चुप रहे बेन्जेलीक का कडवा घुट पीकर! अब उसकी यादो के सिवा हमारा काम चलता ना था और लेब मे हमारे दिल के सिवा कुछ और जलता ना था! जिन्दगी हो गई उदास हाईड्रोकार्बन की तरह और हम फिरते आवारा हाईड्रोजन की तरह!OR